गर्मियों में सुबह-सुबह दही खाने से मिलते हैं 4 जबरदस्त फायदे, इसे खाने का बेस्ट तरीका भी जानें

 


 

पर्याप्त न्यूट्रिशन (Nutrition in curd)

दही एक प्रमुख खाद्य पदार्थ है जिसे भारतीय खाद्य पदार्थों में व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है। यह धनिया, जीरा और नमक सहित विभिन्न मसालों के साथ मिलाकर या खाने के साथ सेवन किया जाता है। दही एक प्रमुख स्रोत है जो प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी-१२, मैग्नीशियम और पोषक आहार द्वारा परिपूर्ण होता है।

दही निम्नलिखित पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत होता है:

  • प्रोटीन: दही में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक है। प्रोटीन हमारे शरीर की मांसपेशियों, खोपड़ी, और शरीर के ऊतकों के निर्माण और मरम्मत के लिए आवश्यक होता है।
  • कैल्शियम: दही में कैल्शियम की अच्छी मात्रा होती है, जो हड्डियों के निर्माण, दांतों की सुरक्षा, न्यूरोमस्कुलर संचार में मदद करता है और शरीर की विभिन्न क्रियाओं के लिए आवश्यक होता है।
  • विटामिन बी-१२: दही में विटामिन बी-१२ की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जो खून के निर्माण, संपीड़न, और स्वस्थ न्यूरोलॉजिकल फंक्शन के लिए महत्वपूर्ण है।
  • मैग्नीशियम: दही में मैग्नीशियम की भी अच्छी मात्रा होती है, जो हृदय स्वास्थ्य, मस्तिष्क की कार्यान्वयन और अन्य शरीरीय कार्यों के लिए आवश्यक होता है।
  • इसके अलावा, दही में प्रोबायोटिक्स भी होते हैं, जो पाचन प्रणाली के लिए उपयोगी होते हैं। ये खाद्य बक्तरी हमारी आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया को पोषित करने में मदद करते हैं और पाचन क्षमता को बढ़ाते हैं।

इसलिए, दही एक स्वस्थ और पोषक खाद्य पदार्थ है जिसे अपने आहार में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। यह प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी-१२, मैग्नीशियम, और प्रोबायोटिक्स का एक अच्छा स्रोत है।

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पाचन के लिए अच्छी (Curd for digestion)

दही आपके पाचन प्रणाली के लिए उत्तम माना जाता है और इसे पचाने में मदद करने के लिए कई तत्वों का संयोजन करता है। यहां दही पाचन को बढ़ाने में अच्छी तरह से काम करता है:

  • प्रोबायोटिक्स: दही में प्रोबायोटिक्स होते हैं, जो पाचन प्रणाली के लिए बहुत ही उपयोगी होते हैं। ये खाद्य बक्तरी हमारी आंत में अच्छी बैक्टीरिया को पोषित करके आंत की स्वस्थता को सुनिश्चित करते हैं। इससे पाचन प्रणाली स्वस्थ रहती है और खाद्य पदार्थों को पचाने में मदद मिलती है।
  • आंशिक लैक्टोज अनुपात: दही में आंशिक लैक्टोज अनुपात होता है, जिसका मतलब है कि दही में लैक्टोज की मात्रा तुलनात्मक रूप से कम होती है। यह उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है जो लैक्टोज इंटॉलरेंट होते हैं और जिन्हें दूध के साथ पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं। दही को पचाने में लैक्टोज के लेवल कम होने के कारण, यह आपको आहार आंस्यिकता की समस्याओं से बचाने में मदद कर सकता है।
  • प्रोटेज़: दही में प्रोटेज़ नामक एंजाइम पाया जाता है, जो प्रोटीन को टूटने से बचाकर पचाने में मदद करता है। यह आपके शरीर को प्रोटीन को अच्छी तरह से संश्लेषित करने में मदद कर सकता है।
  • स्नायुक्त दही: कुछ लोगों के लिए, जिन्हें गैस और पाचन संबंधी समस्याएं होती हैं, स्नायुक्त दही (जिसमें दही में पाचन को बढ़ाने के लिए पाचन एंजाइम जोड़े जाते हैं) उपयोगी साबित हो सकती है। यह दही पचाने में और आंत की स्वस्थता को सुनिश्चित करने में मदद कर सकती है।

इन सभी कारकों के कारण, दही अपने पाचन प्रणाली के लिए उत्तम माना जाता है और इसे अपने आहार में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है। यह प्रोबायोटिक्स, आंशिक लैक्टोज अनुपात, प्रोटेज़, और स्नायुक्त दही के रूप में पाचन को सुधारने में मदद करता है

बीमारी कंट्रोल करे (Curd to control disease)

दही का सेवन आपको कई बीमारियों के नियंत्रण में मदद कर सकता है। यहां कुछ बीमारियाँ हैं जिनको दही का सेवन करके नियंत्रित किया जा सकता है:

  • पाचन संबंधी समस्याएं: दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स आपकी पाचन प्रणाली को सुधारने में मदद कर सकते हैं। ये आपकी आंत में स्वस्थ बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं और पाचन क्षमता को बढ़ाते हैं। इससे आप अपच, गैस, एसिडिटी, और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को नियंत्रित कर सकते हैं।
  • प्रोबायोटिक्स के अलावा, दही में लैक्टिक एसिड भी पाया जाता है, जो कीटाणुओं के विरुद्ध लड़ने में मदद कर सकता है। यह आपको संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकता है और आपके शरीर को स्वस्थ रखने में सहायता प्रदान कर सकता है।

  • मधुमेह (डायबिटीज): दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स और दूध के अंतर्गत विशेष अंशिक लैक्टोज अनुपात के कारण, इसका सेवन मधुमेह के प्रबंधन में मदद कर सकता है। यह रक्त शर्करा के स्तर को संतुलित रखने में मदद करता है और इंसुलिन संचार को सुधारता है।
  • लोगों को अक्सर बैक्टीरियल संक्रमणों से जूझना पड़ता है, जैसे यूरिनरी इन्फेक्शन, योनि संक्रमण, और आंत्र इन्फेक्शन। दही में पाये जाने वाले प्रोबायोटिक्स इन संक्रमणों के खिलाफ लड़ने में मदद कर सकते हैं और आपकी स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ा सकते हैं।
  • याद रखें, दही केवल एक पूरक खाद्य पदार्थ है और इसका सेवन केवल बीमारी को नियंत्रित करने के लिए ही नहीं किया जाना चाहिए। अगर आप किसी गंभीर मेडिकल स्थिति से पीड़ित हैं, तो आपको एक चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए जो आपके व्यक्तिगत मामलों को ध्यान में रखते हुए आपके लिए सबसे अनुकूल उपाय सुझा सकता है।

सुबह दही खाने का बेस्ट तरीका (Best way to eat curd in morning)

सुबह दही खाने का बेस्ट तरीका निम्नलिखित रूप में हो सकता है:

  • खाली पेट दही खाएं: सुबह उठने के बाद, खाली पेट दही खाने से इसके पोषक गुणों को शरीर द्वारा अधिक संश्लेषित किया जा सकता है। आप इसे खाने से पहले थोड़ी देर तक रुक सकते हैं, जिससे यह थोड़ा ठंडा हो जाएगा और स्वादिष्ट होगा।
  • प्याज़, टमाटर और हरी मिर्च के साथ दही: एक अच्छा तरीका है कि आप प्याज़, टमाटर और हरी मिर्च को छोटे टुकड़ों में काटकर दही के साथ मिला सकते हैं। यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक सलाद के रूप में सेवित होगा और आपको ऊर्जा और पोषण प्रदान करेगा।
  • मिश्रण या फ्रूट सलाद के रूप में दही: दही को फलों और खाद्य पदार्थों के साथ मिश्रित करके उसे एक मजेदार फ्रूट सलाद या मिश्रण बना सकते हैं। आप इसमें ताजगी और विभिन्न फलों को शामिल कर सकते हैं, जैसे कि केला, सेब, अंगूर, आंवला, आदि। यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक विकल्प होगा जो आपको आरामदायक महसूस कराएगा।
  • दही का शेक: आप दही का एक शेक बना सकते हैं जिसमें आप दही, फल, नट्स और थोड़ी मधुमेह सहित अन्य सामग्री को मिला सकते हैं। यह आपको गर्मियों में ताजगी और ऊर्जा प्रदान करेगा।
  • दही के साथ अनाज या मूंगफली: आप अपने दही में अनाज या मूंगफली को छोटे टुकड़ों में मिला सकते हैं। यह आपको अधिक पोषण प्रदान करेगा और आपको भूख कम महसूस होने तक भरा रखेगा।
  • यहां विभिन्न तरीकों में से कुछ हैं, जिनसे आप सुबह दही का सेवन कर सकते हैं। आप अपने पसंदीदा तरीके का चयन कर सकते हैं और इसे अपने आहार में शामिल कर सकते 

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