World Brain Tumor Day: ब्रेन ट्यूमर का इलाज कैसे किया जाता है? डॉक्टर से जानें

 


ब्रेन ट्यूमर के इलाज में कई तकनीकों का प्रयोग किया जाता है, जो रोग के प्रकार, स्थिति और चिकित्सा विशेषज्ञ की सलाह पर निर्भर करता है। निम्नलिखित कुछ प्रमुख इलाज़ पदार्थों का उपयोग किया जा सकता है:

  1. सर्जरी: सर्जरी ट्यूमर को हटाने के लिए एक आम विकल्प है। सर्जरी के माध्यम से, ट्यूमर को निकाला जाता है या कम किया जाता है ताकि यह ब्रेन के इशारों और संकेतों पर कम दबाव डाले।
  2. रेडियोथेरेपी (इंटर्नल रेडिएशन): यह विधि ट्यूमर को नष्ट करने के लिए उच्च-तापमान किरणों का उपयोग करती है। इस तकनीक के द्वारा रेडियोथेरेपी मध्यम से किरणों को सीधे ट्यूमर की ओर निर्देशित किया जाता है।
  3. केमोथेरेपी: इस तकनीक का उपयोग दवाओं के माध्यम से किया जाता है जो ट्यूमर के विकास और प्रसार को रोकने में सहायता कर सकती हैं। यह इलाज सभी स्तरों के ब्रेन ट्यूमर के लिए लागू हो सकता है।
  4. रेडिओसर्जरी: इस तकनीक में ट्यूमर को हटाने के लिए स्टीरियोटैक्टिक रेडिओथेरेपी का उपयोग किया जाता है। यह तकनीक चिकित्सा इमेजिंग के साथ ट्यूमर को नष्ट करने के लिए गतिशील किरणों का उपयोग करती है।
  5. स्टीरियोटैक्टिक ब्रेन बायोप्सी: यदि ब्रेन ट्यूमर का स्वरूप और प्रकार स्पष्ट नहीं है, तो चिकित्सा विशेषज्ञ स्टीरियोटैक्टिक ब्रेन बायोप्सी कर सकते हैं। इसमें ब्रेन के सुरम्य परत पर एक चांदी या सुरम्य विज्ञानिक उपकरण का उपयोग किया जाता है जो नमूने लेने के लिए उपयोगी होता है।

इन उपायों का उपयोग केवल एक चिकित्सा विशेषज्ञ द्वारा किया जाना चाहिए। ट्यूमर के स्थान, आकार, प्रकार और मरीज की स्थिति पर आधारित करार दिया जाता है कि कौन सा इलाज सबसे अधिक उपयुक्त हो सकता है। संभवतः चिकित्सा विशेषज्ञ आपके सभी प्रश्नों का संतुलन करने में सक्षम होंगे और आपको आपके निर्देशित इलाज की विस्तारपूर्वक जानकारी प्रदान करेंगे।

 

ब्रेन ट्यूमर के इलाज के प्रकार- Types Of Brain Tumor Treatment

ब्रेन ट्यूमर के इलाज के कई प्रकार हो सकते हैं। निम्नलिखित हैं कुछ मुख्य तरीके:

  • सर्जरी: यह ब्रेन ट्यूमर के इलाज का प्रमुख तरीका है। सर्जरी में, चिकित्सक ट्यूमर को सीधे हटाने के लिए कोशिकाओं का उपयोग करता है। सर्जरी के माध्यम से, ट्यूमर को पूरी तरह से या आंशिक रूप से निकाला जा सकता है।
  • रेडिओथेरेपी: रेडिओथेरेपी के द्वारा, उच्च-तापमान किरणों का उपयोग करके ट्यूमर को नष्ट किया जाता है। यह इलाज आधारभूत रूप से गतिशील किरणों का उपयोग करता है जो ट्यूमर को नुकसान पहुंचाते हैं और स्वस्थ कोशिकाओं को कम नुकसान पहुंचाते हैं।
  • केमोथेरेपी: केमोथेरेपी में, औषधियों के उपयोग से ट्यूमर के विकास और प्रसार को रोकने की कोशिश की जाती है। इस इलाज में दवाएं इंजेक्शन, दवा की ताबलेट या इंट्रावेनस द्वारा दी जा सकती हैं।
  • इंटरनल रेडिएशन (ब्राकीथेरेपी): इस तकनीक में, ट्यूमर के आसपास स्थापित धातु से किरणों को सीधे रिक्त स्थान में डाला जाता है। इससे ट्यूमर पर अधिक प्रभावी किरणों का प्रभाव होता है और परिधान कोशिकाएं कम नुकसान पहुंचाती हैं।
  • टारगेटेड थेरेपी: यह नवीनतम इलाज का रूप है जिसमें विशेष ड्रग्स या बायोलॉजिकल तत्वों का उपयोग करके ट्यूमर को नष्ट किया जाता है। ये तत्व खराब कोशिकाओं पर निशाना बनते हैं और स्वस्थ कोशिकाओं पर कम प्रभाव डालते हैं।

इन उपायों का उपयोग ट्यूमर के प्रकार, स्थिति, आकार और मरीज की स्थिति पर आधारित किया जाता है। चिकित्सा विशेषज्ञ एक व्यापक मार्गदर्शन प्रदान करेंगे और सही इलाज योजना तैयार करेंगे।

 

सर्जरी- Surgery

सर्जरी ब्रेन ट्यूमर के इलाज का मुख्य तरीका है और इसमें चिकित्सक ट्यूमर को सीधे हटाने के लिए कोशिकाओं का उपयोग करते हैं। यह इलाज ब्रेन ट्यूमर के विकास, स्थान और प्रकार पर निर्भर करता है।

इस प्रक्रिया में, चिकित्सक चिकित्सागार में संचालित की जाने वाली उच्च तकनीकी सुविधाओं का उपयोग करता है। यहां कुछ मुख्य सर्जिकल प्रकार बताए जा रहे हैं:

  • क्रेनियोटोमी (Craniotomy): यह सबसे सामान्य ब्रेन सर्जरी प्रकार है जो ट्यूमर को हटाने के लिए उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में, एक छोटा छेद बनाकर चिकित्सक ट्यूमर के पास पहुंचता है और उसे हटा देता है या कम करता है।
  • स्टेरियोटैक्टिक सर्जरी (Stereotactic Surgery): यह एक नॉन-इनवेजिव सर्जरी प्रकार है जिसमें उच्च सांकेतिक तकनीक का उपयोग करके ट्यूमर को हटाने के लिए छोटे छेद का उपयोग किया जाता है। इसमें सांकेतिक तकनीक, ब्रेन की निर्देशिका और संचारित साधनों का उपयोग किया जाता है जो चिकित्सक को ट्यूमर की सटीक स्थान पर पहुंचने में मदद करते हैं।
  • इंद्रजालिक सर्जरी (Endoscopic Surgery): इस प्रक्रिया में, एक इंद्रजालिक ट्यूब के माध्यम से चिकित्सक ट्यूमर के पास पहुंचता है। इंद्रजालिक सर्जरी का उपयोग छोटे छेद की आवश्यकता से बचाते हुए ट्यूमर को हटाने या कम करने के लिए किया जाता है।
  • लेजर सर्जरी (Laser Surgery): इस तकनीक में, एक उच्च-तापमान लेजर इस्तेमाल किया जाता है जो ट्यूमर को नष्ट करने में मदद करता है। लेजर सर्जरी नियंत्रित और प्रेसीजन से ट्यूमर के कोशिकाओं को हटाने के लिए किया जाता है।

यह सर्जिकल प्रकार व्यक्तिगत मामले पर निर्भर करेगा, जैसे ट्यूमर का स्थान, आकार, प्रकार और चिकित्सागार की सलाह। चिकित्सा विशेषज्ञ आपकी जांच करेंगे और आपको सबसे उपयुक्त सर्जिकल इलाज योजना प्रदान करेंगे।

 

दवाएं- Medicines

ब्रेन ट्यूमर के उपचार में दवाएं भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। दवाओं का उपयोग ट्यूमर के प्रकार, स्थिति, आकार और मरीज की स्थिति पर आधारित किया जाता है। यहां कुछ प्रमुख दवाओं की कुछ सामान्य श्रेणियां दी गई हैं:

  1. कोर्टिकोस्टेरॉयड्स (Corticosteroids): ये दवाएं संबंधित इंफ्लेशन को कम करने और ब्रेन स्वेलिंग को कम करने में मदद करती हैं। यह ट्यूमर के संबंधित लक्षणों जैसे ब्रेन प्रेशर, सिरदर्द, उल्टी, और न्यूरोलॉजिक विकारों को कम करने में भी उपयोगी होती हैं।
  2. केमोथेरेपी (Chemotherapy): केमोथेरेपी दवाओं का उपयोग करती है जो कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने और उनके विकास को रोकने की कोशिश करती हैं। ये दवाएं शरीर के अन्य हिस्सों को भी प्रभावित कर सकती हैं, इसलिए यह एक प्रभावी ब्रेन ट्यूमर उपचार हो सकता है जब ट्यूमर विकास और प्रसार करता है।
  3. टारगेटेड थेरेपी (Targeted Therapy): ये दवाएं ट्यूमर में विशेष मॉलेक्यूलर मार्कर्स के लक्ष्य साधने के माध्यम से कैंसर कोशिकाओं पर प्रभाव डालती हैं। इससे कैंसर कोशिकाओं के विकास और प्रसार को रोका जा सकता है।
  4. इम्यूनोथेरेपी (Immunotherapy): इम्यूनोथेरेपी दवाएं शरीर के इम्यून सिस्टम को सक्रिय करके कैंसर कोशिकाओं के खिलाफ लड़ाई में मदद करती हैं। ये दवाएं ट्यूमर कोशिकाओं को पहचानने और नष्ट करने के लिए तारीकों को सक्षम करती हैं।

इन दवाओं के उपयोग कोई भी चिकित्सागार आपकी रोगी स्थिति के आधार पर निर्धारित करेगा। वे सही दवा, खुराक और चिकित्सा योजना की सलाह देंगे।

 

ब्रेन ट्यूमर का पता कैसे लगाया जाता है?- Diagnosis of Brain Tumor

ब्रेन ट्यूमर का पता लगाने के लिए विभिन्न नगरीय परीक्षण और तकनीकों का उपयोग किया जाता है। यहां कुछ मुख्य तकनीकों का वर्णन किया गया है:

  • इमेजिंग टेस्ट: इमेजिंग टेस्ट ब्रेन ट्यूमर का पता लगाने के लिए प्रमुख तकनीक है। इसमें निम्नलिखित दो प्रमुख परीक्षण शामिल होते हैं:
  • मैग्नेटिक रेजनेंस इमेजिंग (MRI): MRI ब्रेन की तस्वीरें बनाने के लिए उच्च-तरंगवत संवेदक तरंगों का उपयोग करता है। यह ट्यूमर की स्थिति, आकार, स्थान और आसपासी संरचनाओं के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।
  • कम्प्यूटेड टॉमोग्राफी (CT या CAT): CT स्कैन में, विस्तृत रेंटजन तस्वीरें उत्पन्न की जाती हैं जो ट्यूमर के बारे में जानकारी प्रदान करती हैं। यह ट्यूमर का स्थान, आकार, संरचना और ट्यूमर के चारित्रिक विशेषताओं की जांच करने में मदद करता है।

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