हेयरफॉल दूर करने की बेस्ट रेमिडी हैं ये योगासन, बालों से संबंधित हर समस्या होगी दूर
हेयरफॉल दूर
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बेस्ट रेमिडी
हैं ये
योगासन
योगासन बालों के हेयरफॉल को नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं। योग के लिए निम्नलिखित आसन बेहद उपयोगी हो सकते हैं:
उत्तानासन (Uttanasana): यह आसन बलों को मजबूत और स्वस्थ बनाने में मदद करता है। इसके लिए, खड़े हो जाएं और साँस छोड़ते हुए शरीर को आगे की ओर मुड़ाएं ताकि आप कमर के पास या जितना हो सके नीचे की ओर झुक सकें। धीरे-धीरे साँस लें और इस स्थिति में कुछ समय बिताएं।
शीर्षासन (Shirshasana): यह सिर को नीचे और पैरों को ऊपर की ओर ले जाने के लिए किया जाता है। इस आसन को केवल अनुभवी प्रैक्टिशनर ही करें। शीर्षासन ब्लड सर्कुलेशन को सुधारता है और बालों के झड़ने को कम करने में मदद कर सकता है।
वृश्चिकासन (Vrksasana): यह आसन बेहद उपयोगी है जो स्कैल्प में रक्त संचार को बढ़ाने और बालों की ग्रोथ को स्थायी रूप से बढ़ाने में मदद कर सकता है। इसके लिए, खड़े हो जाएं और एक पैर को दूसरे पैर की ऊपरी भाग पर रखें। धीरे-धीरे साँस छोड़ते हुए बाएं हाथ को ऊपर उठाएं और वृक्ष की तरह स्थिर रहें।
बालासन (Balasana): इस आसन में आप बैठते हैं और ऊपरी शरीर को आगे की ओर झुकाते हैं, जिससे मस्तिष्क में शांति मिलती है और तनाव कम होता है। यह बालों के झड़ने को कम करने में मदद कर सकता है।
ध्यान दें कि योगासन करने से पहले एक योग गुरु से सलाह लेना अच्छा होगा और योग करते समय सही तरीके से प्रैक्टिस करें। योग को नियमित रूप से अपनी दिनचर्या में शामिल करना बालों के स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकता है।
सर्वांगासन
सर्वांगासन या शोल्डरस्टैंड योग का एक प्रमुख आसन है जो पूरे शरीर को समर्पित करने और प्राकृतिक प्रवाह को संतुलित करने के लिए जाना जाता है। इस आसन में आप अपने हाथों की सहायता से शरीर को ऊपर की ओर उलटा करते हैं और शरीर को सिर के बल खड़ा करते हैं। निम्नलिखित तरीके से सर्वांगासन को करें:
एक योग मैट पर सोटे लेट जाएं। पैरों को साथ में जोड़ें और हाथों को शरीर के सिर के पास रखें।
श्वास लेने के बाद, हाथों और पैरों की सहायता से आपका पूरा शरीर ऊपर की ओर उठेगा। पैरों को ऊपर ले जाएं ताकि आपका शरीर सीधा और संयमित हो।
पूरे शरीर को सही स्थिति में लेकर स्थिर रहें। आपके वजन का बल सिर पर होना चाहिए और हाथों को समर्पित रूप से स्थितित किया जाना चाहिए।
ध्यान रखें कि समय के साथ, आप इस आसन को बढ़ा सकते हैं और अधिक समय तक स्थिरता बनाए रख सकते हैं। शुरुआत में, आप कुछ सेकंड तक या जितना आपके लिए संगठित लगता है तक इस आसन को रख सकते हैं।
आसानी से सर्वांगासन से नीचे आने के लिए, धीरे-धीरे पैरों को नीचे ले जाएं और शरीर को सामान्य स्थिति में लाएं।
सर्वांगासन शरीर के लिए कठिन हो सकता है, इसलिए यदि आप नए हैं या किसी योग गुरु के पर्याप्त मार्गदर्शन के बिना इसे कर रहे हैं, तो सावधानी बरतें। स्थानीय योग स्टूडियो में जाकर एक अनुभवी योग गुरु से मिलें या इसे सही तरीके से करने के लिए संबंधित योग वीडियो और संसाधनों का सहारा लें। योग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें, विशेष रूप से यदि आप किसी गंभीर स्वास्थ्य समस्या से पीड़ित हैं।
वज्रासन
वज्रासन योग का एक प्रमुख आसन है जो शांति और मेंटल क्लैरिटी को प्राप्त करने में मदद करता है। इस आसन को बाहरी मेदान या योग मैट पर बैठकर किया जाता है। निम्नलिखित तरीके से वज्रासन को करें:
एक योग मैट पर या दूसरी समर्थित सतह पर सीधे बैठें। अपने पैरों को साथ में जोड़ें और अपने नीचे के आसन पर ध्यान केंद्रित करें।
अपनी गर्दन को सीधा रखें और अपने हाथों को आपके गोदी में समर्पित रखें। आपके पैरों की उंगलियां आपके आंतरिक ज्ञान केंद्र के पास होनी चाहिए।
ध्यान रखें कि आपकी गर्दन सीधी और स्थिर होनी चाहिए, और आपका सामर्थ्य और आंखों को बंद करने का विचार करें। शांति और समर्थ की भावना को अनुभव करें।
आप इस स्थिति में जितना समय चाहें बैठ सकते हैं, आपके लिए आरामदायक लगता है। ध्यान और शांति को बनाए रखने के लिए कुछ मिनटों तक इस आसन को करें।
वज्रासन में बैठते समय आपके घुटने और गर्दन में दबाव हो सकता है, इसलिए यदि आपके पास घुटने या गर्दन संबंधी समस्याएं हैं, तो इसे करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें। इस आसन को नियमित रूप से अपनी योग प्राक्टिस में शामिल करने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लाभ मिल सकते हैं।
पवनमुक्तासन
पवनमुक्तासन योग का एक प्रमुख आसन है जो पाचन तंत्र को सुधारने, आंतों को स्वस्थ रखने और गैस को दूर करने में मदद करता है। इस आसन को सम्पन्न करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:
एक योग मैट पर सोटे लेट जाएं। अपनी पीठ को सीधा और गर्दन को संयमित रखें। अपने पैरों को सीधे रखें और आपके हाथ पैरों के पास रखें।
अपनी गर्दन को सीधी और स्थिर रखें। श्वास छोड़ते हुए, आपके छाती को अपने घुटनों की ओर आसानी से खींचें। आपके घुटनों को अपनी छाती से मिलाएं या उनसे जितना संभव हो सके पास लाएं।
श्वास को बाहर छोड़ते हुए, आपके दोनों हाथों को अपनी गोदी के पास समर्पित रखें। यहां तक कि आपकी छाती को आपके घुटनों के समीप खींचने की कोशिश करें।
आपको धीरे-धीरे साँस छोड़ते हुए अपनी घुटनाओं को अपने छाती की ओर ले जाना चाहिए। श्वास बाहर करते हुए, अपने छाती को अपनी घुटनाओं से मिलाएं या जितना संभव हो सके पास लाएं।
ध्यान दें कि आपको धीरे-धीरे श्वास छोड़ते हुए आसान को करना चाहिए और अपनी सीमाओं तक जाने का प्रयास करें। ध्यान और शांति को बनाए रखने के लिए इस आसन को कुछ मिनटों तक बनाए रखें।
ध्यान दें कि पवनमुक्तासन को करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श लें, विशेष रूप से यदि आपके पास किसी पाचन समस्या या गैस की समस्या है। इस आसन को नियमित रूप से अपनी योग प्राक्टिस में शामिल करने से पाचन तंत्र की स्वस्थता और गैस की समस्या में सुधार हो सकता है।